अपनों के बीच अपना 'अस्तित्व' तलाशती... दुनिया की भीड़ में अपना 'वजूद' कायम करने की कोशिश में... आँखों में भरे सपनों और ज़िन्दगी से गायब कुछ रंगों को... कोरे पन्नों पर... शब्दों से उकेरती... एक 'आम'... मगर... 'ख़ास लड़की' के... कुछ 'पन्नें' "ज़िन्दगी" के... ... ...!!
No comments:
Post a Comment